इस ऐप के जरिए निकालें 'भड़ास', पहचान रहेगी गोपनीय.Sarahah पर जाने से पहले सोच समझ तो लिया है ना?
दुनियाभर में Sarahah ऐप पॉपुलर हो रहा है. इसे सऊदी अरब के जैनुल आबेदीन ने बनाया है. इस ऐप का दावा है कि इसके जरिए यूजर्स अपने साथ काम करने वाले कर्मचारियों और दोस्तों को ईमानदार फीडबैक भेज सकते हैं. यह एक ऐसा ऐप है जिसके जरिए यूजर्स किसी को भी मैसेज भेज सकते हैं, रिसीव करने वाले को भेजने वाले के नाम का पता नहीं चलेगा.
कैसे करें रजिस्ट्रेशन
यूजर्स को सबसे पहले Sarahah की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना होगा. यहां ईमेल आईडी लिखनी होगी. रजिस्ट्रेशन के बाद इसका लिंक फेसबुक और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करने का ऑप्शन मिलेगा. यूजर्स चाहें तो लिंक को पब्लिक कर सकते हैं या निजी तौर पर अपने किसी को भेज सकते हैं. लिंक को क्लिक करते ही कोई भी आपको मैसेज भेज सकता है. लेकिन आप नहीं जान पाएंगे कि कौन मैसेज भेज रहा है.
कहां से करें डाउनडोल
Sarahah को आप ऐप स्टोर या प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं. जैसे ही कोई आपको मैसेज भेजेगा Sarahah ऐप में नोटिफिकेशन मिलेगा और आप मैसेज पढ़ सकते हैं, लेकिन रिप्लाई नहीं कर सकते. भारत में इस ऐप को 50 लाख से ज्यादा डाउनलोड किया जा चुका है.
कब हुआ लॉन्च
Sarahah ऐप फरवरी 2017 में वेबसाइट के तौर पर लॉन्च हुआ था. लॉन्चिंग के 30 दिन के अंदर मिस्त्र में इस ऐप के यूजर्स संख्या 25 लाख, अरब में 12 लाख और ट्यूनिशिया में 17 लाख पहुंच गई थी. इसके बाद इसे ऐप के रूप में बनाया गया और जून में यह ऐप्पल ऐप स्टोर और गूगल प्ले स्टोर पर आया. यह ऐप अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन समेत 30 से ज्यादा देशों में ऐप्पल ऐप स्टोर पर मौजूद है. बता दें कि Sarahah अरबी भाषा का शब्द है. इसका मतलब 'ईमानदारी' होता है.
ऐप कितना सिक्यॉर है?
ऐप की सिक्यॉरिटी को लेकर भी यूजर्स के मन में कई सवाल हैं। कुछ यूजर्स का कहना है कि इस ऐप पर अपने राज खोल देने का खामियाजा कहीं बाद में फिरौती देकर या ब्लैकमेल होकर न भुगतना पड़े। इस ऐप में रजिस्टर्ड यूजरों को सिर्फ मेसेज रिसीव होते हैं।
रिसीवर का डेटा और फेवरिट मेसेज सेव होते हैं। भेजने वाले यूजर की पहचान जानने का कोई तरीका नहीं है क्योंकि वह एक लिंक के जरिए मेसेज भेजता है चाहे उसके पास ऐप हो या न हो। हालांकि, अभी तक जितनी बार हमने कोशिश की उतनी बार यूजर को सर्च नहीं कर पाए। कॉल से लगातार बढ़ रहे लोड के कारण ऐप के सर्वर भी फेल हो गए हैं।
नेगेटिव रेस्पॉन्स के लिए रहें तैयार
सवाल यह है कि क्या यूजरों ने इस ईमानदारी को इनवाइट करने से पहले सोच समझ लिया है? इस डिजिटल दौर में जो सबसे बड़ी आज़ादी लोगों को मिली हुई है, वह है अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की और जो सबसे बड़ी आड़ मिली हुई है वह है गुमनामी की।
सोशल मीडिया पर किसी की असली पहचान की कोई गारंटी नहीं है। ऐसे में लोगों के लिए गुमनामी के पर्दे के पीछे छिपकर किसी को आहत करना सबसे आसान काम है। इससे अगर अनकही बातों को आवाड मिल रही है तो यह भी याद रखना जरूरी है कि इनमें कुछ बहुत नकारात्मक आवाजें भी होंगी जो आपके कानों को नहीं सुहाएंगी।
इन नकारात्मक आवाजों से अवसाद की स्थिति भी उतपन्न हो सकती है। इसलिए मजबूत दिल और साफ दिमाग वाले ही इस ऐप की तरफ कदम बढ़ाएं।
कैसे करें रजिस्ट्रेशन
यूजर्स को सबसे पहले Sarahah की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना होगा. यहां ईमेल आईडी लिखनी होगी. रजिस्ट्रेशन के बाद इसका लिंक फेसबुक और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करने का ऑप्शन मिलेगा. यूजर्स चाहें तो लिंक को पब्लिक कर सकते हैं या निजी तौर पर अपने किसी को भेज सकते हैं. लिंक को क्लिक करते ही कोई भी आपको मैसेज भेज सकता है. लेकिन आप नहीं जान पाएंगे कि कौन मैसेज भेज रहा है.
कहां से करें डाउनडोल
Sarahah को आप ऐप स्टोर या प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं. जैसे ही कोई आपको मैसेज भेजेगा Sarahah ऐप में नोटिफिकेशन मिलेगा और आप मैसेज पढ़ सकते हैं, लेकिन रिप्लाई नहीं कर सकते. भारत में इस ऐप को 50 लाख से ज्यादा डाउनलोड किया जा चुका है.
कब हुआ लॉन्च
Sarahah ऐप फरवरी 2017 में वेबसाइट के तौर पर लॉन्च हुआ था. लॉन्चिंग के 30 दिन के अंदर मिस्त्र में इस ऐप के यूजर्स संख्या 25 लाख, अरब में 12 लाख और ट्यूनिशिया में 17 लाख पहुंच गई थी. इसके बाद इसे ऐप के रूप में बनाया गया और जून में यह ऐप्पल ऐप स्टोर और गूगल प्ले स्टोर पर आया. यह ऐप अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन समेत 30 से ज्यादा देशों में ऐप्पल ऐप स्टोर पर मौजूद है. बता दें कि Sarahah अरबी भाषा का शब्द है. इसका मतलब 'ईमानदारी' होता है.
ऐप कितना सिक्यॉर है?
ऐप की सिक्यॉरिटी को लेकर भी यूजर्स के मन में कई सवाल हैं। कुछ यूजर्स का कहना है कि इस ऐप पर अपने राज खोल देने का खामियाजा कहीं बाद में फिरौती देकर या ब्लैकमेल होकर न भुगतना पड़े। इस ऐप में रजिस्टर्ड यूजरों को सिर्फ मेसेज रिसीव होते हैं।
रिसीवर का डेटा और फेवरिट मेसेज सेव होते हैं। भेजने वाले यूजर की पहचान जानने का कोई तरीका नहीं है क्योंकि वह एक लिंक के जरिए मेसेज भेजता है चाहे उसके पास ऐप हो या न हो। हालांकि, अभी तक जितनी बार हमने कोशिश की उतनी बार यूजर को सर्च नहीं कर पाए। कॉल से लगातार बढ़ रहे लोड के कारण ऐप के सर्वर भी फेल हो गए हैं।
नेगेटिव रेस्पॉन्स के लिए रहें तैयार
सवाल यह है कि क्या यूजरों ने इस ईमानदारी को इनवाइट करने से पहले सोच समझ लिया है? इस डिजिटल दौर में जो सबसे बड़ी आज़ादी लोगों को मिली हुई है, वह है अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की और जो सबसे बड़ी आड़ मिली हुई है वह है गुमनामी की।
सोशल मीडिया पर किसी की असली पहचान की कोई गारंटी नहीं है। ऐसे में लोगों के लिए गुमनामी के पर्दे के पीछे छिपकर किसी को आहत करना सबसे आसान काम है। इससे अगर अनकही बातों को आवाड मिल रही है तो यह भी याद रखना जरूरी है कि इनमें कुछ बहुत नकारात्मक आवाजें भी होंगी जो आपके कानों को नहीं सुहाएंगी।
इन नकारात्मक आवाजों से अवसाद की स्थिति भी उतपन्न हो सकती है। इसलिए मजबूत दिल और साफ दिमाग वाले ही इस ऐप की तरफ कदम बढ़ाएं।
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